नमस्कार, आपका बहुत सुआगत है आज की नई खबर में। आज हम जिस खिलाड़ी की बात कर रहे हैं उन्हें किसी परिचय की जरूरत नहीं। अपने गाँव के अलावा अपने देश भारत का नाम पूरी दुनिया में रोशन किया है। उन महान हस्ती का नाम है मनु भाकर, मनु भाकर हरियाणा के झज्जर जिले में स्थित गोरिया गांव में पैदा हुई। उनके पिता राम किशन भाकर, मर्चेंट नेवी में चीफ इंजीनियर की पोस्ट पर काम करते हैं।
22 वर्षीय खिलाड़ी ने पिछले साल शूटिंग छोड़ने के बारे में सोचा था, लेकिन अपने आप पर विश्वास कर के मनु भाकर ने हार नहीं मानी, आज भारत के लिए कांस्य पदक जीता। मनु भाकर को ये जीत ऐसी ही नहीं मिली, इसे पहले वह हार का सामना कर चुकी है। टोक्यो में हुई उथल-पुथल ने उन्हें अंदर से झंझोड़ कर रख दिया, उसके बावजूद भी ये करिश्मा करने में कामयाब रही।
मनु भाकर, जसपाल राणा के नेत्रत्व में अपनी ट्रेनिंग कर रही थी। पेरिस ओलंपिक के आखिरी शॉट से पहले जसपाल राणा की आंखों में आंसू थे या वे फाइनल हॉल से बाहर चले गए थे।
पेरिस ओलिंपिक में बड़ी जीत के बाद मनु भाकर ने देश के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से बात की, जिस पर उन्हें कहा “टोक्यो में बंदूक ने तीरंदाजों को धोखा दिया…पेरिस में तोप ने सब कुछ संभाल लिया” और ब्राउन मेडल जितने पर बधाई दी।